Telangana TSBIE TS Inter 1st Year Hindi Study Material Grammar बोधक गद्यांश Questions and Answers.
TS Inter 1st Year Hindi Grammar बोधक गद्यांश
‘बोधक’ का अर्थ है – पढकर समझा गया। यहाँ नीचे कुछ गद्यांश दिए गए हैं । ये गद्यांश उपवाचक पाठों से लिये गए हैं । प्रत्येक उपवाचक पाठ से एक – एक अनुच्छेद लिया गया है । प्रत्येक अनुच्छेद के नीचे पाँच – पाँच प्रश्न पूछे गए हैं। अतः इन प्रश्नों के उत्तर गद्यांश को अच्छी तरह से पढ़कर, समझकर देने पड़ते हैं । नीचे दिए गए गद्यांशों का प्रश्नोत्तर रूपी अभ्यास इस प्रकार हैं ।
1. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए। प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
बारहवी कक्षा की बोर्ड परीक्षा समाप्त हो गई और रिज़ल्ट आने । में दो महीने का समय था । कारखाने में भरती पूरे जोश में थी । गाँव के दूसरे नौजवान कारखाने में भरती हो रहे थे। लोकिन रवीन्द्र ने अपना लक्ष्य आई.ए.एस रख लिया था, वह नौकरी के लिए तैयार नहीं था। घर में खाली बैठे पुत्र को कोई बरदाश्त नहीं करता हैं । उसे घर देख माँ ने पिता से कहा, “अजी सुनते हो, गाँव के सारे लड़के कारखाने में भरती हो रहे हैं। अपना रवी घर पड़ा है, कुछ बात करो उससे । अपना रवी तो. प्रक्षम आता है । बेल लड़के सारे भरती हों गए हैं, सुना है पाँच – पाँच हजार रूपये महीना तनखाह मिल रही है, इसको तो अधिक तनखाह मिलेगी ।”
प्रश्न 1.
किस परीक्षा के परिणाम आने में दो महीने समय था ?
उत्तर:
बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के परिणाम आने में दो महीने का समय भा ।
प्रश्न 2.
रवींद्र क्या बनना चाहता था ?
उत्तर:
रवींद्र आई.ए.एस बनना चाहता था ।
प्रश्न 3.
रवींद्र क्या नहीं करना चाहता था ?
उत्तर:
रवींद्र कारखाने में नौकरी नहीं करना चाहता था ।
प्रश्न 4.
कारखाने में कितना वेतन मिल रहा है ?
उत्तर:
कारखाने में पाँच हजार रूपये वेतन मिल रहा है ।
प्रश्न 5.
इस गद्यांश के लेखक का नाम क्या है ?
उत्तर:
इस गद्यांश के लोखक का नाम मनमोहन भाटिया है ।
2. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
बाबा भारती ने घोड़े से उतरकर अपाहिज को घोड़े पर सवार किया और स्वयं उसकी लगाम पकड़कर धीरे धीरे चलने लंगे । सहसा उन्हें एक झटका – सा लगा और लगाम हाथ से छूट गई । उनके आश्चर्य का ठिकाना न रहा । जब उन्होंने देख । कि अपाहिज घोड़े की पीठ पर तनकर बैठा है और घोड़ को दौड़ाए लिए जा रहा है । उनके मुख से भय, विस्मय और निराशा से मिली हुई चीख निकल गई । वह अपाहिज डाकू खड़ग था । बाबा भारती कुछ देर तक चुप रहे और कुछ समय पश्चात कुछ निश्चय करके पूरे बल से चिल्लाकर बोले, “जरा ठहर जाओ ।”
प्रश्न 1.
घोड़े के साथ कौन धीरे धीरे चलने लगे ?
उत्तर:
घोड़े के साथ बाबा भारती धीरे – धीरे चलने लगे ।
प्रश्न 2.
वास्तव में अहाहिज कौन था ?
उत्तर:
वास्तव में अपाहिज ड़ाकू खड़गसिंह था ।
प्रश्न 3.
चीख कैसी थी ?
उत्तर:
चीख भय, विस्मय और निराशा वाली थी ।
प्रश्न 4.
अपाहिज खड़गसिंह को किसने ठहरने के लिए कहा ?
उत्तर:
अपाहिज खड़गसिंह को बाबा भारती ने ठहरने के लिए कहा ।
प्रश्न 5.
यह अनुच्छेद किस पाठ से लिया गया है ?
उत्तर:
यह अनुच्छेद हार की जीत पाठ से लिया गया है ।
3. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नो के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
यह नितांत एक मूर्खता है कि हम प्रगति के नाम पर अपने वनों को नष्ट कर रहे हैं और अपने पारिस्थितिक संतुलन को बिगाड़ रहे हैं। व्यापक स्तर की दूरगामी योजनाओं के अभाव में शहरीकरण ने अनेक शहरी तथा उपशहरी क्षेत्रों को व्यावसायिक जंगलों में बदल दिया है । जमीन के इस गलत उपयोग का एक गंभीर परिणाम हैं विभित्र प्रकार के जीवों की समाप्ति । शहरों की वृध्दि, कृषि के प्रसार, बाधों के निर्माण तथा वनों के विनाश से जंगली जीवों के आवास नष्ट हुए हैं। जीवों की बहुत सी प्रजातियों और उपप्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा उन्पन हो गया है ।
प्रश्न 1.
वनों को काटना कैसा काम है ?
उत्तर:
वनों को काटना मूर्खता वाला काम है ।
प्रश्न 2.
यहाँ किस संतुलन के बारे में चर्चा हो रही है ?
उत्तर:
यहाँ पारिस्थितिक संतुलन के बारे में चर्चा हो रही है ।
प्रश्न 3.
किसके गलत उपयोग से गंभीर परिणाम होते हैं ?
उत्तर:
जमीनो के गलत उपयोग से गंभीर परिणाम होते हैं ।
प्रश्न 4.
किनके आवास नष्ट हुए हैं ?
उत्तर:
जंगली जीवों के आवास नष्ट हुए हैं ।
प्रश्न 5.
इस. अनुच्छेद के लेखक का नाम क्या है ?
उत्तर:
इस अनुच्छेद के लेखक नाम एटनिवासकम है।
4. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नों उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
दूसरे दिन छोटू के पापा काम पर चले गए। देखा तो कंट्रोल रूम का वातावरण बदला-बदला सा था । शिफ्ट खुत्म कर घर जा रहे स्टाफ के प्रमुख ने टी.वी. स्क्रीन की तरफ इशारा किया । स्क्रीन पह एक बिंदु झलक रहा था । वह बताने लगा, “यह कोई आसमान का तारा नहीं है । क्यों कि कंप्यूटर से पता चल रहा है कि यह अपनी जगह अडिग नहीं रहा है । पिछले कुछ घंटों के दौरान इसने अपनी जगह बदली है। कंप्यूटर के अनुसार यह हमारी धरती की तरफ बढ़ता चला आ रहा है ।
प्रश्न 1.
किसके पापा काम पर चले गए ?
उत्तर:
छोटू के पापा काम पर चले गए ।
प्रश्न 2.
कहाँ का वातावरण बदला-बदला सा लगा रहा था ?
उत्तर:
कंट्रोल रूम का वातावरण बदला बदला – सा लग रहा था ।
प्रश्न 3.
स्टाफ के प्रमुख ने किसकी और इशारा किया ?
उत्तर:
स्टाफ के प्रमुख ने टी.वी. स्क्रीन की ओर इशारा किया ।
प्रश्न 4.
धरती की ओर क्या बढ़ता चला आ रहा है ?
उत्तर:
धरती की ओर एक बिंदु बढता चला आया रहा है ।
प्रश्न 5.
यह अनुच्छेद किस पाठ से लिया गया है ?
उत्तर:
यह अनुच्छेद ‘पार नज़र के पाठ से लिया गया है ।
5. नी दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नों के उत्तर एक वाक्या में दीजिए ।
जैसे- जैसे मेरे खेल में निखार आता गया, वैसे वैसे मुझे तरक्की भी मिलती गई । 1936 ई. में बर्लिन ओलिंपिक में मुझे टीम का कप्तान बनाया गया । उस समय मैं सेना में लांस नायक था । बर्लिन ओलंपिक में लोग मेरे हाँकी खेलने के ढंग से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने मुझे हाँकी का जादूगर कहना शुरू कर दिया ! इसका यह मतलब नहीं कि सारे गोल मैं खुद ही करता था । मेरी तो हमेशा यह कोशिश रहती कि मैं गेंद को गोल के पास ले जाकर अपने किसी साथी खिलाड़ी को दे दूँ ताकि उसे गोल करने का श्रेय मिल जाए। अपती उसी खेल भावना के कारण मैंने जर्मनी के तानशाह हिटलर तक का दिल जीत लिया था ।
प्रश्न 1.
बर्लिन में ओलंपिक्स खेल कब हुए ?
उत्तर:
बर्लिन में ओलंपिक्स – 1936 ई. में हुए
प्रश्न 2.
‘हाँकी का जादूगर’ किसे कहा जाता है ?
उत्तर:
‘हाँकी का जादूगर ध्यान चंद को कहा जाता है ।
प्रश्न 3.
साथी खिलाड़ी को क्या देने की बाता हो रही है ?
उत्तर:
साथी खिलाड़ी को गेंद देने की बात हो रही है ।
प्रश्न 4.
हिटलर का दिल कैसे जीता गया ?
उत्तर:
हिटलर का दिल खेल भावना से जीता गया ।
प्रश्न 5.
इस अनुच्छेद के लोखक का नाम क्या है ?
उत्तर:
इस अनुच्छेद के लेखक का नाम योगराज थानी है।
6. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
अपने निर्माण के दौर में टीमें बच्चों की तरह री होती हैं । वे एकदम उत्तेजनशील, ओजस्विता, उत्साह एवं उत्सुकता से भरपूर और अपने को विशिष्टा दिखाने की इच्छा लिये होती हैं। हालाँकि बहकाए हुए अभिभावक अपने व्यवहार से इन बच्चों की सकारात्मक विशेषताओं, गुणों को नष्ट कर सकते हैं। टीमों की सफलता के लिए काम का माहौल ऐसा होना चाहिए जो कुछ नया करने का अवसर प्रदान करे। डी.टी.डी.एंड. पी. (एयर), इससे डी. आर. डी. ओ और दूसरी जगहों पर काम करने के दौरान मैं ने ऐसी चुनौतियों का मुकाबला किया है। लेकिन अपनी टीमों को हमेशा ऐसा माहौल देना सुनिश्चित किया जिसमें वे कुछ नया कर सकें और जोखिम उठा सके ।
प्रश्न 1.
टीमें किनकी तरह होती है ?
उत्तर:
टीमें बच्चों की तरह होती है।
प्रश्न 2.
बच्चों की विशेषताएँ कैसी होती हैं ?
उत्तर:
बच्चों की विशेषताएँ सकारात्मक होती हैं
प्रश्न 3.
टीमों को कैसा अवसर देना चाहिए ?
उत्तर:
टीमों को कुछ नया करने का अवसर देना चाहिए ।
प्रश्न 4.
यहाँ किन संस्थाओं के नाम बताए गए हैं ?
उत्तर:
यहाँ डी. टी. डी. एड. पी. ( एयर), इससे डी.आर.डी.ओ के नाम
प्रश्न 5.
यहाँ ‘मैं ने’ शब्द का उपयोग किसके लिए हुआ है ?
उत्तर:
यहाँ मैं ने शब्द का उपयोग ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के लिए हुआ है ।
7. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
संध्या के समय हम नौका दोड़ देखने गए । आरत्मुला नामक स्थान पर नौका दौड़ का आयोजन था । लंबी-लंबी नौकाओं में तीस-चालीस नाविक बैठे हुए थे। वे गीत गाते हुए बड़ी तेज़ी से चप्पू चलाकर एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में थे । कभी कोई नाव आगे निकल जाती तो कभी कोई । तट पर खड़े लोग तालियाँ बजा-बजाकर नाविकों का उत्साह बढ़ा रहे थे। जीते हुए नाविकों को फूल-मालाएँ पहनाई गई । हमें इस प्रतियोगिता को देखने में बहुत आनंद आया ।
प्रश्न 1.
नौका दौड़ कहाँ आयोजित हुई ?
उत्तर:
आरत्मुला नामक स्थान पर नौका दौड़ हुई ।
प्रश्न 2.
नौकाएँ कैसी हैं ?
उत्तर:
नौकाएँ लंबी लंबी हैं।
प्रश्न 3.
वे नौका दौड़ देखने कब गये ।
उत्तर:
संध्या के समय वे नौका दौड़ देखने गये ।
प्रश्न 4.
जीते हुए नाविकों को क्या पहनाई गई ?
उत्तर:
जीते हुए नाविकों को फूल-मालाएँ पहनाई गई ।
प्रश्न 5.
तट पर खड़े लोग नाविकों को कैसे उत्साह बढ़ा रहे हैं ?
उत्तर:
तट पर खड़े लोग तालियाँ बजा-बजाकर नाविकों को उत्साह बढ़ा रहे हैं ।
8. नीचे दिया गया अनुच्छेद पढ़िए । प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।
सुनिता घास लेकर घर जा रही थी । उसके साथ माँ भी थी । रास्ते में रेल की पटनी थी । वहाँ से रेलगाड़ी के निकलने का समय हो गया था। सुनीता और उसकी माँ पटरी के पास रूक गयीं। तभी सुनीता की नज़र रेल की पटरी पर पड़ी। उसे वह पटरी टूटी हुई लगी । सुनीता की माँ पटरी देखकर बोली – “यह पटरी तो टूटी है ।” दोनों इधर-उधर देखने लगीं। रेलवे स्टेशन भी वहाँ से बहुत दूर था ।
प्रश्न 1.
कौन घास लेकर घर जा रही थी ?
उत्तर:
सुनीता घास लेकर घर जा रही थी ।
प्रश्न 2.
रास्ते में क्या थी ?
उत्तर:
रास्ते में रेल की पटरी थी ।
प्रश्न 3.
रेल की पटरी कैसी लगी ?
उत्तर:
रेल की पटरी टूटी हुई लगी ।
प्रश्न 4.
रेलवे स्टेटन वहाँ से कितने दूर था ?
उत्तर:
रेलवे स्टेशन वहाँ से बहुत दूर था ।
प्रश्न 5.
सुनीता की नज़र किस पर पडी ?
उत्तर:
सुनीता की नज़र टूटी हुई रेल की पटरी पर पड़ी ।