TS Inter 2nd Year Hindi Study Material Chapter 3 सयानी बुआ

Telangana TSBIE TS Inter 2nd Year Hindi Study Material 3rd Lesson सयानी बुआ Textbook Questions and Answers.

TS Inter 2nd Year Hindi Study Material 3rd Lesson सयानी बुआ

दीर्घ प्रश्न (దీర్ఘ సమాధాన ప్రశ్నలు)

प्रश्न 1.
‘सयानी बुआ’ पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
सयानी बुआ कठोरता से समय पालन करनेवाली एवं अनुशासन रखनेवाली नारी है । कहानीकार को पढ़ाई के लिए उनके घर में रहना पड़ता । कठोरता के कारण उनकी नन्ही बेटी अन्नू डरती है। डॉक्टर सलह देते हैं कि बुआ के बिना अन्नू को पर ले जाया जाए । तदनुसार उनके पति अन्नू को पहाड़ पर लेजाते हैं। बेटी की तबीयत के बारे में बुआ और उनके पति के बीच रोज पत्रव्यवहार चलता रहता है। एक महीने के बाद पति से देर से पत्र आता है, जिसमें लिखगया है कि सारी सतर्कता के बावजूद मैं उसे नहीं बचासका, इस चोट को धैर्य पूर्वकं सहलेना…। यहाँ तक पढ़ते ही बुआजी और कहानीकार जी यह समझकर चीखकर रो पड़ती कि अन्नू मरगईं । लेकिन वे अंतिम हिस्सा पढ़कर रोते रोते हँस पड़ती हैं, क्यों कि पति पचास रूपए वाले प्याले सेट को बचा न सका, अन्नू तो अच्छी है ।

लघु प्रश्न (లఘు సమాధాన ప్రశ్నలు)

प्रश्न 1.
मन्नू भंडारी के बहुचर्चित उपन्यास कौन से हैं। उनकी विशेषता क्या है ?
उत्तर:
मन्नू भंडारी के बहुचर्चित उपन्यास हैं – एक इंच मुस्कान (उनका पहला उपन्यास), महाभोज, एक कहानी है भी आपका बंटी आदि । इनमें नारी जीवन की समस्याएँ, उनकी मानसिक स्थिति का विश्लेषण, युगीन समाज की यथार्थता आदि प्रति बिंबित हैं। इनकी भाषा सरल व सुबोध है। ये सब मन्नू भंडारी जी के उपन्यासों की विशेषता है ।

TS Inter 2nd Year Hindi Study Material Chapter 3 सयानी बुआ

प्रश्न 2.
सयानी बुआ के व्यक्तित्व का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।
उत्तर:
सयानी बुआ बचपन से ही कठोरता से पालन करनेवाली एवं अनुशासन रखनेवाली नारी हैं । वे अपने घर में रहनेवाले सभी से भी इन नियमों का पालन कराती हैं । वे सारे घर को सुव्यवस्ति, सुंदर और साफ रखती हैं । उनकी भयंकर कठोरता में कोमलता भी छिपी है। अन्नू को खूब प्यार करती हैं । अन्नू का सुरक्षित समाचार सुनकर इतना हर्षित होती है मानों उन्हें स्वर्ग की निधि मिलगई हो ।

एक वाक्य प्रश्न (ఏక వాక్య సమాధాన ప్రశ్నలు)

प्रश्न 1.
‘सयानी बुआ’ नामक कहानी की लेखिका कौन हैं ?
उत्तर:
मन्नू भंडारी

प्रश्न 2.
सयानी बुआ के पास पढ़ाई करने कौन गयी थी ?
उत्तर:
कहानीकार मन्नू भंडारी

प्रश्न 3.
अन्नू को बुखार आने पर डॉक्टर ने क्या सलाह दी ?.
उत्तर:
अन्नू को पहाड़पर लेजाने की

TS Inter 2nd Year Hindi Study Material Chapter 3 सयानी बुआ

प्रश्न 4.
सयानी बुआ को किसने पत्र लिखा ?
उत्तर:
उनके पति ने

संदर्भ सहित व्याख्याएँ (సందర్భ సహిత వ్యాఖ్యలు)

1. कहते हैं, जो पेंसिल वे एक बार खरीदती थीं, वह जब तक इतनी छोटी न हो जाती कि उनकी पकड में भी न आए तब तक उससे काम लेती थीं ।

संदर्भ : प्रस्तुत कथा – अंश सुप्रसिद्ध कहानीकार एवं उपन्यासकार श्रीमती मन्नू भंडारी की सफल कहानी, ‘सयानी बुआ’ से लिया गया है । बचपन में ही बुआ कितनी सुव्यवस्थता और पाबंदी से, कितने अनुशासन से रहती है, उसका एक उदाहरण के रूप में कहानीकार यह उद्धरण देती है ।

व्याख्या : कहा जाता है कि सयानी बुआ बचपन में, पढ़ाई के समय, पेंसिल का पूरी तरह उपयोग में लाती थीं। छोटी होते हुए पकड़ में न आने तक पेंसिल का इस्तेमाल करती थीं ।

विशेषताएँ : इस उद्धरण मे स्पष्ट होता है कि सयानी बुआ के ‘सयानापन का बीज बचपन में ही बोया गया। कहा जाता है कि बचपन की आदतें आजीवन जारी होती हैं।

TS Inter 2nd Year Hindi Study Material Chapter 3 सयानी बुआ

2. यों बुआजी की गृहस्थी जमे पंद्रह वर्ष बीच चुके थे, पर उनके घर का सारा सामान देखकर लगता था, मानों सब कुछ अभी कल ही खरीदा हो ।

संदर्भ : यह वाक्य हिंदी की सुप्रसिद्ध कहानीकार एवं उपन्यासकार मन्नू भंडारी की सफल कहानी, ‘सयानी बुआ’ से उद्धृत है । सयानी बुआ के घर के नीरस और यंत्रचालित कार्यक्रम के बारे में बताते हुए प्रस्तुत वाक्य कहती हैं ।

व्याख्या : कहानीकार कहती हैं कि पंद्रह वर्ष के पहले बुआजी गृहिणी बन गई । लेकिन तब खरीदी गई घर की सारी सामग्री को देखकर ऐसा अनुभव होता है, मानो वह सारी सामग्री कल ही खरीदी हो । अर्थात् सारा सामन जैसा – का – तैसा नवीनता से चमक रहा है ।

विशेषताएँ : यह उद्धरण सयानी बुआ जी की सुव्यवस्थिता, सतर्कता, एवं उनके अनुरक्षण का परिचायक है ।

सयानी बुआ Summary in Hindi

लेखक परिचय

मन्नू भंडारी का जन्म सन् 1931 में मध्यप्रदेश के भानपुरा गाँव में हुआ था । वे हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार हैं । मन्नू भंडारी ने नारी जीवन की समस्याओं को चित्रित करने, उनकी मानसिकस्थिति का विश्लेषण करने तथा युगीन समाज के यथार्थ को चित्रित करने में सफलता प्राप्त की है ।

मन्नू भंडारी की प्रसिद्ध रचनाएँ हैं- “बिना दीवारों का घर”, “आपका बंटी”, अपने पति राजेंद्र यादव के साथ लिखा गया उनका उपन्यास ‘एक इंच मुस्कान’ हिंदी साहित्य में विशेष स्थान रखता है । मन्नू भंडारी को हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा पुरस्कृत किया गया ।

सारांश

सयानी बुआ कहानी में सयानी बुआ लेखिका की अपनी बुआ थी। जो हर काम को समय से करना ज्यादा पसंद करती थी। वह काफी कठोर थी । सबसे अपनी बात मनवाने में माहिर थी । अनावश्यक चीजों का दुरूपयोग उनको पसंद नहीं था ।

वह स्वयं स्कूल में एक पेंसिल को जब तक छोटा होकर हाथ में न आ जाए उससे लिखती थी । रबर को भी 4 – & साल तक चलाती थी । चीजों को संभाल कर रखना वह खूब जानती थी ।

लेखिका को अपनी बुआ के बारे में पिताजी से पता चला । वह भी सयानी बुआ से बहुत डरती थी । एक दिन उनके पिताजी ने आगे की पढ़ाई के लिए उनको सयानी बुआ के यहाँ भेज दिया ।

लेखिका सहमी सहमी गई थी । परिस्थिति सच में बहुत गंभीर थी । सयानी बुआ साफ सफाई बहुत पसंद करती थी । एक बार एक नौकर ने उनके 4 रूपयों के कांच के डब्बे को तोड़ दिया था तो उन्होंने उस बच्चे की बहुत पिटाई की थी।

सयानी बुआ की बेटी अन्नू बहुत उदास रहती थी । अपनी माँ की डर से, एक दिन वह बीमार पड़ गई थी जो पहाड़ी परिवेश में जाकर ही ठीक हो पाता । सयानी बुआ ने जा पाए इसलिए डाक्टर ने माँ को जाने से मना किया था । रोते हुए बुआ अनु की विदाई कर रही थी । पहली बार माँ की ममता लेखिका को नज़र आई । आखिर वह क्षण भी आ पहुँचा, जब भाई साहब (लेखिका की बुआजी के पति) एक नौकर और अन्नू को लेकर चले गए । बुआजी ने अन्नू को खूब प्यार किया, रोई भी । उनका रोना मेरे लिए नई बात थी । उसी दिन पहली बार लगा कि उनकी भयंकर कठोरता में कही कोमलता भी छिपी है । पर दूसरे ही दिन घर वैसे ही चलने लगा ।

TS Inter 2nd Year Hindi Study Material Chapter 3 सयानी बुआ

भाई साहब का पत्र रोज आता था । जिसमें अन्नू की तबीयत के समाचार रहते थे । करीब एक महीने के बाद एक दिन भाई साहब का पत्र नही आया । दूसरे दिन भी नहीं आया। बुआजी बड़ी चिंतित हो उठी । उस दिन उनका मन किसी भी काम में नहीं लगा। तीसरा दिन भी निकल गया ।

अब तो बुआजी की चिंता का पार नहीं रहा । लेखिका के मन में भी कुछ अन्नू के ख्याल से, कुछ बुआजी की यह दशा देखकर बडा दुःखी हो रहा था । तभी नौकर ने भाई साहब का पत्र लाकर दिया । बडी व्यग्रता से काँपते हाथों से बुआजी ने उसे खोला और पढ़ने लगी । लेखिका बुआजी के मुँह की ओर देख रही थी कि एकाएक पत्र फेंककर सिर पीटती बुआजी रो पडी ।

(मै) बुआजी को देखकर लेखिका पत्र पढ़ रही है, पत्र पढते समय लेखिका के मन में भी अन्नू याद आने लगी, सयानी बुआ अन्नू की खाने के मैनू, उसके कपड़े सब तैयार कर दिये थे और 50/- रूपये के कप सेट को तोड़ ने मना किया था । मगर वह कप सेट टूट जाता। इसका संदेश जब सयानी बुआ को मिलता है तो वह पहले पत्र पढ़कर घबराती है बाद में हंसती है। अन्नू अच्छी है। शीघ्र ही हम लोग खाना होने वाले हैं ।

सयानी बुआ Summary in Telugu

సారాంశము

తెలివిగల మేనత్త మన రచయిత్రి (మన్ను బండారీ) అత్త. మేనత్త చాలా తెలివిగలది. ఏ పని అయిన సమయానికి చేసితీరాలి. సమయపాలన అంటే ఆమెకు చాలా ఇష్టం. ఆమె కొంచెం కఠోరమైన హృదయం కలది. ప్రతి ఒక్కరికి ఆమె మాట శాసనం, ప్రతివారితో ఆమె పని చేయించగల నైపుణ్యం కల స్త్రీ. అనవసర ఖర్చులు, ఆమెకు ఇష్టం ఉండదు. పనికిరాని వస్తువులకు డబ్బు ఖర్చు పెట్టనిచ్చేది కాదు. తన మాటను ఒప్పించగల నైపుణ్యం ఉన్న స్త్రీ మన రచయిత్రి మేనత్త.

ఆమె చిన్నప్పటి నుండి ప్రతి వస్తువును జాగ్రత్తగా వాడేది. ఒక పెన్సిల్ను 4, 5 సంవత్సరములు వాడినది. ఆ పెన్సిల్ చేతిలో (చిన్నదై) వాడలేనంత చిన్నదైనప్పుడే పడివేసేది. ప్రతి వస్తువును జాగ్రత్తగా వాడటం ఆమెకు వెన్నతో పెట్టిన విద్య. మన రచయిత్రికి వాళ్ళ నాన్నగారు మేనత్త గురించి చెబుతుండేవారు. ఆయనకి వాళ్ళ చెల్లెలంటే చాలా భయం. మన రచయిత్రిని పై చదువుల కోసం వాళ్ళ మేనత్త దగ్గరకు పంపించారు. మన రచయిత్రికి వాళ్ళ మేనత్త ఇల్లు ఒక బంధీఖానాలాగా ఉంది. మేనత్త కూతురు అన్ను, ఆమె భర్తని చూస్తే చాలా జాలిగా అనిపించేది. పనివారందరికి ఆమె అంటే చాల భయం. ఎవరైన పనివారు ఏ వస్తువునైన విరగకొడితే వారికి కఠినమైన శిక్ష విధించేది.

ఆమె యొక్క కఠినమైన నియమాలు మరియు నిబంధనలను చిన్ని హృదయమైన అన్ను తట్టుకోలేకపోయేది. కొద్ది రోజులకు ఆ లేత హృదయం (గాయపడి) బాధపడి మంచం పట్టింది. వైద్యులు పరీక్షించి ఆమెను ఎక్కడికైన పర్వత ప్రాంతాలకు దూరంగా, తల్లికి దూరంగా ఆహ్లాద వాతావరణంలో ఉంచమని చెప్పారు. రచయిత్రి మేనత్త ఎంత కఠినంగా పైకి కనిపించినా, మనసులో తల్లి హృదయం తట్టుకోలేకపోయింది.

కూతురుని వదలి ఉండటానికి చాల బాధపడింది. తప్పక భర్తని, కూతురుని పంపడానికి నిర్ణయించుకుంది. భర్త మరియు కూతురు వెళ్ళడానికి వారి సామానులు, బట్టలు అన్నీ తానే నిర్ణయించింది. కప్పుకోడానికి దుప్పట్లు, స్వెటర్లు, బూట్లు అన్నీ ఆమె సర్దింది. ప్రతి వస్తువుని జాగ్రత్తగా ఉంచమని వారికి సలహా ఇచ్చింది. ఒక గిన్నెల సెట్టు ఇచ్చి దాన్ని 50/- కి కొన్నాను. జాగ్రత్తగా చూసుకోమని చెప్పింది. భర్తకి ప్రతిరోజు ఉత్తరం వ్రాయమని చెప్పింది. వారు బయలుదేరి వెళ్ళేటప్పుడు మేనత్త మనసులో ఎంతో బాధపడింది. తను లేకుండా భర్త, కూతురు ఎలా ఉంటారో అని మనసులో పరితపించింది.

TS Inter 2nd Year Hindi Study Material Chapter 3 सयानी बुआ

కొన్ని రోజులు గడిచిపోయాయి. రోజు భర్త నుండి ఉత్తరం వచ్చేది. మేనత్త చదివి తృప్తిపడేది. కాని కొద్ది రోజులుగా ఉత్తరం రావడం లేదు. మేనత్త మనస్సు ఎందుకో కంగారుగా అనిపించింది. అకస్మాత్తుగా ఒకరోజు ఉత్తరం వచ్చింది. దానిని మేనత్త చదవడం ప్రారంభించింది. కాని సగంలో ఏడుస్తూ క్రింద పడేసింది. మన రచయిత్రి కంగారుగా ఉత్తరం చదవడం ప్రారంభించింది.

దానిలో మేనత్త భర్త ఏదీ శాశ్వతం కాదు, మన చేతిలో ఏమి ఉండదు. ఏది జరిగినా దైవాదీనంగా భావించాలి. ఆ ఉత్తరంలో అన్నుకి ఏమైన అపాయం జరిగిందా అని అనిపించింది. కాని మేనత్త పంపిన గిన్నెల .సెట్టు విరిగినది, క్షమించు’ అని చివరికి తెలియజేశాడు. ఆ ఉత్తరం పూర్తిగా చదవక మేనత్త బాగా ఏడ్చింది. పూర్తిగా చదివిన తర్వాత ఆమె బాగా నవ్వుకుంది.

कठिन शब्दों के अर्थ (కఠిన పదాలు – అర్ధాలు)

सयानी – Clever, తెలివిగల
टहलना – to walk, నడవడం
कायदा – rule, drew, దేశాలు, నియమాలు
पारखी – discerning, తెలుసుకొను, కనుక్కొనుట
पाबंद – punctured, సరియైన సమయాన్ని పాటించు
चतुराई – dexterity, సామర్థ్యం
गुहारना – hue and cry, అప్పీలు చేయు, ఏడుపు, చాటింపు, దండోరా.
तिरोहित – diagonally, disappeared, అదృశ్యమైన, వికర్ణంగా
नन्हा – small, చిన్న
प्रौढ – mature, adult, పెద్ద సంతోషం
मजाल – fun, సంతోషం
सुराही – pot, కుండ
कसूर – mistake, తప్పు
बर्दाश्त – sufferance, అనుమతించు
सतर्कता alertness, అప్రమత్తత
उपचार – treatment, జరిపించు పద్ధతి
पीली पड़ना – pale, పాలిపోయిన
ग्रसते – suffering, బాధ
इलाज – treatment, చికిత్స
आनाकानी – in attentiveness, అశ్రద్ధగా ఉండటం
ओढ़ना – wrap, కప్పుకొనుట
हिदायत – instruction, సూచనలు
छिपजाना – hidden, disappear, దాక్కొనుట
लटकना – hang up, వ్రేలాడదీయు
चीखना – scream, గట్టిగా ఏడ్చు, బిగ్గరగా నవ్వు
नश्वर – mortal, అశాశ్వతం
टूट जाना – rupture, చీలిక
हतबुद्धि – foolish, తెలివితక్కువ
खयाल रखना – take care, జాగ్రత్త
जोर-शोर – loud noises, పెద్ద శబ్దాలు
चहचहाहट – twitter, chatter, అరుపులు

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