Telangana SCERT 8th Class Hindi Study Material Telangana Pdf 6th Lesson दिल्ली से पत्र Textbook Questions and Answers.
TS 8th Class Hindi 6th Lesson Questions and Answers Telangana दिल्ली से पत्र
प्रश्न :
प्रश्न 1.
चित्र में क्या – क्या दिखाई दे रहे हैं?
उत्तर :
चित्र में एक संगणक है। इसके पर्दे (स्क्रीन) पर अंग्रेज़ी अक्षरों में “ई-मेइलि” दिखायी दे रहा है। इसकी “की बोर्ड” पर एक कबूतर चोंच में एक पत्र लिये खडा है।
प्रश्न 2.
कबूतर क्या कर रहा है ?
उत्तर :
कबूतर अपने मुँह में चिट्ठी रखकर पावों से कंप्यूटर को दबा रहा है।
प्रश्न 3.
इस चित्र से हमें क्या मालूम होता है ?
उत्तर :
इस चित्र से हमें समय में कितना परिवर्तन आया है मालूम होता है। पुराने जमाने में कबूतरों के द्वारा चिट्ठी भेजे जाते थे। लेकिन अब कंप्यूटर के द्वारा कुछ ही पलों में संदेश भेजे जाते हैं। विज्ञान की प्रगति हम इस चित्र में देख सकते हैं।
सुनो – बोलो :
प्रश्न 1.
पाठ के चित्र देखिए। किसी एक के बारे में बताइए।
उत्तर :
पाठ के चित्रों में मैं कुतुबमीनार के बारे में बताता हूँ।
कुतुबमीनार सबसे अच्छी इमारत है। यह बहुत पुरानी इमारत है। यह बहुत ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 280 फुट के करीब है। इसके ऊपर पहुँचने के लिए 379 सीढ़ियाँ हैं।
प्रश्न 2.
यह पत्र किसके बारे में है?
उत्तर :
यह पत्र यात्रा वर्णन के बारे में है।
पढ़ो :
अ. पाठ का दूसरा अनुच्छेद पढ़िए। दिल्ली के किस स्थान के बारे में बताया गया है? उसके बारे में दो वाक्य लिखिए।
उत्तर :
इस पाठ के दूसरे अनुच्छेद में दिली के कुतुब मीनार के बारे में बताया गया है। यह बहुत पुरानी इमारत है। यह बहुत ऊँचा मीनार है। गुलाम वंश के प्रथम सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे बनवाया था।
आ. पाठ के आधार पर दिये गये वाक्य के अगले वाक्य लिखिए।
जैसे – यह बहुत पुरानी इमारत है।
इसे देखकर में दंग रह गया।
उत्तर :
1. यह एक मजबूत और सुंदर किला है।
मुगल बादशाह शाहजहाँ ने इसे बनवाया था।
2. इसमें धूपघड़ी है।
सूर्य की किरणों के आधार पर यह यंत्र आपको सही –
सही समय बता देता है।
3. यदि संसार पर कहीं स्वर्ग है,
तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है।
4. इसकी ऊँचाई 280 फुट के करीब है।
इसके ऊपर पहुँचने के लिए 379 सीढ़ियाँ है।
5. मेरे आश्चर्य का ठिकाना न था।
मैं ने तो केवल इसे 26 जनवरी और 15 अगस्त के दिन
ही टी. वी. पर देखा था।
लिखो :
अ. नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
प्रश्न 1.
सनी ने पत्र क्यों लिखा होगा?
उत्तर :
सनी सकुशल दिल्ली पहुँच गया। इस समाचार को वह अपने पिताजी को देने और दिल्ली में उसने क्या – क्या देख लिये आदि के बारे में पिताजी को बताने सनी ने पत्र लिखा होगा।
प्रश्न 2.
दिल्ली में देखने लायक कौनसा स्थान अच्छा लगा और क्यों ?
उत्तर :
दिल्ली में देखने लायक स्थान कुतुबमीनार, लाल किला, जंतर मंतर, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, इंडिया गेट, लोटस टेंपल, अक्षरधाम, राजघाट, चिड़िया घर और शक्ति स्थल आदि देखने लायक स्थान हैं।
आ. इस पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर :
यह एक “पत्र लेखन” पाठ है। सनी नामक एक लडका अपने पिताजी को अपनी दिल्ली यात्रा के बारे में वर्णन करते हुए एक पत्र लिखता है। पत्र में दिली़ी के बारे में वह इस प्रकार लिखता है।
दिल्ली में मौसम बहुत अच्छा है। सबसे पहले हमने कुतुब मीनार देखा। यह बहुत पुरानी इमारत है। यह बहुत ऊँचा मीनार है। गुलाम वंश के प्रथम सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे बनवाया था। इसकी ऊँचाई
280 फुट के करीब है। इसके ऊपर पहुँचने के लिए 379 सीढ़ियाँ हैं। उसके बाद हम लाल किला पहुँचे। यह लाल पत्थर से बना हुआ है। यह एक सुंदर एवं मजबूत किला है। मुगल बादशाह शाहजहाँ ने इसे बनवाया था। यहाँ एक स्थान है – “दीवन -ए -खास।” इसकी दीवार पर फ़ारसी की पंक्तियाँ लिखी है” यदि संसार में पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है, तो यही है, यही है , यही है।
इस किले के पास ही जामा मसजिद है। शाहजहाँ ने ही इसे बनवाया। पुराने भवनों में जंतर-मंतर भी देखने लायक है। इसे जयपुर के राजा मिर्जा राजा जयसिंह ने बनवाया। यहाँ एक धूपघड़ी है। हजरत निजामुद्दीन का दरगाह भी दर्शनीय स्थान है।
दिल्ली के आधुनिक भवनों में राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, आदि उल्लेखनीय हैं। इंडिया गेट, अक्षर धाम मंदिर, लोटस टेंपल, संग्रहालय तथा चिड़ियाघर देखने योग्य हैं। हमने बापू की समाधि राजघाट भी देखा।
शब्द अंडार :
निम्न लिखित शब्दों को वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर :
कुतुब मीनार जामा मसजिद जंतर – मंतर
1. कुतुब मीनार : कुतुब मीनार को गुलाम वंश के प्रथम सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया। यह बहुत पुरानी इमारत है। इसकी ऊँचाई करीब 280 फुट और ऊपर पहुँचने के लिए 379 सीढ़ियाँ हैं।
2. जामा मसजिद : जामा मसजिद को भी कलाप्रेमी मुगल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया। यह एक पुराना मसजिद है यहाँ हजारों की संख्या में मुसलमान भाई नमाज़ पढ़ते हैं।
3. जंतर- मंतर : दिल्ली के पुराने भवनों में जंतर-मंतर भी देखने लायक है। इसे जयपुर के नरेश मिर्ज़ा राजा जयसिंह 1724 में बनवाया था।
सृजनात्मक अभिव्यक्ति :
आपके द्वारा की गयी किसी यात्रा की बात डायरी में लिखिए।
उत्तर :
मैंने अपने पिता को मेरी यात्रा के बारे में बताते हुए पत्र लिखा। अध्यापकों की देख – रेख में हमने सब कुछ देखा। वहाँ का मौसम बहुत अच्छा है। में ने दिल्ली में कुतुब मीनार, लालकिला, जामा मंसजिद, जंतर – मंतर, हजरत निजामुद्दीन का दरगाह, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, इंडिया गेट, लोटस टेंपल, संग्रहालय, चिडियाघर, राजघाट आदि देखें। यमुना की गोद में बसा यह भारत की राजधानी सबका मन मोह लोनेवाला शहर है। वहाँ के विशेष व्यंजन छोल भटूरे भी खाया है।
प्रशंसा :
सैर से मनोरंजन के साथ – साथ और क्या लाभ हैं ? बताइए।
उत्तर :
सैर से मनोरंजन के साथ – साथ कई लाभ हैं।
1. सैर करने से सामान्य ज्ञान की वृद्धि होती है।
2. चारित्रिक स्थलों का दर्शन करने से उनके बारे में हमें जानकारी मिलती है।
3. देश के प्रसुख स्थलों की यात्रा करने से देश की महानता का परिचय मिलता है।
4. सैर करने से हमारा उत्साह दुगुना होता है और मन भी अधिक उल्लास से भर जाता है।
भाषा की बात :
अ. नीचे दिये गये वाक्य पढ़िए।
दिल्गी में मौसम अच्छा है।
कुतुब मीनार पुरानी इमारत है।
लाल किला लाल पत्थर का बना हुआ है।
यह एक मजबूत और सुंदर किला है।
ऊपर दिये वाक्यों में अच्छा,पुरानी, लाल, एक, मजबूत और सुंदर जैसे शब्द संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं। विशेषण के चार भेद हैं। वे हैं-
1. गुणवाचक विशेषण : जो विशेषण किसी संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, दशा, रंग, आकार, स्थिति आदि का बोध कराते हैं, गुणवाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे : रामू अच्छा लड़का है।
2. संख्यावाचक विशेषण : जो विशेषण वस्तु की संख्या बतायें, वे संख्यावाचक विशेषण कहलाते है। जैसे : मैदान में तीन लड़के हैं।
3. परिमाणवाचक विशेषण : जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम के परिमाण का बोध कराते हैं, उन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे : हम बहुत मेहनत करते हैं।
4. सार्वनामिक विशेषण : जो विशेषण सर्वनाम के रूप में रहकर संज्ञा को सूचित करते है, वे सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं। जैसे : हैदराबाद हमारा शहर है।
आ. पाठ में आये हुए तीन विशेषण शब्द ढूँढिए। वाक्य में प्रयोग कीजिए।
जैसे : पुरानी – यह बहुत पूरानी इमारत है।
उत्तर :
1. अच्छा : यहाँ का मौसम बहुत अच्छा है।
2. लाल : लाल किला लाल पत्थर का बना हुआ है।
3. बहुत : बहन जेनी को बहुत प्यार।
परियोजना कार्य :
अपने मनपसंद स्थान के चित्र इकट्टा कीजिए। उनके बारे में दो – दो वाक्य लिखिए।
उत्तर :
1. पहले चित्र में लाल किला है। यह दिल्ली में है। यह लाल पत्थर का बना हुआ है। यह एक मजबूत एवं सुंदर किला है। मुगल बादशाह शाहजहाँ ने इसे बनाया था।
2. दूसरे चित्र में जामा मसजिद है। यह लाल किले के पास ही दिह्ली में है। यह भारत की सबसे बडी मसजिद है। यहाँ हज़ारों संख्या में मुर्लमान भाई नमाज़ पढ़ते हैं। इसे भी शाहजहाँ ने बनवाया था।
3. तीसरे चित्र में जंतर-मंतर है। यह एक पुराना भवन है। यह भी दिल्ली में है। इसे जयपुर के नरेश मिर्जा राजा जयसिंह ने बनवाया।
4. चौथे चित्र में कुतुब मीनार है। यह दिली में है। यह बहुत पुरानी इमारत है। गुलाम वंश के प्रथम सुल्तान कुतुबद्दीन ऐबक ने इसे बनवाया था। इसकी ऊँचाई करीब 280 फुट और 379 सीढ़ियाँ हैं।
5. पाँचवे चित्र में लोटस टेंपल है। यह दिली में है। यह आधुनिक भवनों में एक है।
6. छठवें चित्र में बापू महात्मा गाँधी जी की समाधि है। इसे राजधाट कहते हैं। यह दिल्ली में है।
7. सातवें चित्र में गोट वे आफ़ इंडिया है। (इंडिया गेट) यह दिल्ली में है। यह देखने लायक है।
Essential Material for Examination Purpose :
I. पढ़ो
पठित – गद्यांश :
नीचे दिये गये गद्यांथ को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।
1. हम परसों सकुशल दिल्ली पहुँच गये। हमारी यात्रा बहुत अच्छी रही। अध्यापकों ने हमारा बहुत ध्यान रखा। यहाँ मौसम अच्छा है। कल सुबह नाश्ता करके हम सब लोग दिल्ली की सैर के लिए निकले। सबसे पहले हमने कुतुब मीनार देखा। यह बहुत पुरानी इमारत है। इसे देखकर तो मैं दंग रह गया। बहुत ऊँचा मीनार है। अध्यापकनी ने हमें बताया कि गुलाम बंश के प्रथम सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे बनवाया था। इसकी ऊँचाई 280 फुट के करीब है। इसके ऊपर पहुँचने के लिए 379 सीढ़ियाँ हैं। इसके ऊपर चढ़ने पर चारों ओर का दृश्य बहुत्त सुंदर दिखायी देता है।
प्रश्न :
1. कुतुबमीनार कैसी इमारत है ?
2. कुतुबमीनार किसने बनवाया था ?
3. कुतुद्दीन ऐबक किस वंश का प्रथम सुलतान था ?
4. कुतुबमीनार की ऊँचाई कितनी है ?
5. कुतुबमीनार के ऊपर चढ़ने के लिए कितनी सीढ़ियाँ हैं ?
उत्तर :
1. कुतुबमीनार पुरानी इमारत है।
2. कुतुबमीनार कुतुद्दीन ऐबक ने बनवाया था।
3. कुतुब्द्दीन ऐबक गुमाल वंश का प्रथम सुलतान था।
4. कुतुबमीनार की ऊँचाई 280 फुट के करीब है।
5. कुतुबमीनार के ऊपर चढ़ने के लिए 379 सीढ़ियाँ हैं।
II. हम लाल किला पहुँचे। मेरे आश्चर्य का टिकाना न था। मैंने तो केवल इसे 26 जनवरी और 15 अगस्त के दिन ही टी.वी. पर देखा था। लाल क़िला तो लाल किला है। जैसा नाम वैसा क़िला। यह लाल पत्थर का बना हुआ है। यह एक मजबूत और सुंदर क़िला है। मुगल बादशाह शाहजहाँ ने इसे बनवाया था। यहाँ पर एक स्थान है – ‘दीवान – ए – ख़ास’। इसकी दीवार पर फारसी की पंक्तियाँ लिखी हैं, जिसका अर्थ है – यदि संसार में पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है, तो बह यहीं है, यहीं है, यहीं है। इसी क़िले के पास जामा मसजिद है। यह भारत की सबसे बड़ी मसजिद है। इसे भी कलाप्रेमी शाहजहाँ ने बनवाया था। यहाँ पर हजारों की संख्या में मुसलमान भाई नमाज़ पढ़ते हैं। पुराने भवनों में जंतर – मंतर भी देखने लायक़ है। इसे जयपुर के नरेश मिर्जा राजा जयसिंह ने बनवाया था।
प्रश्न :
1. लाल किला किस पत्थर से बना है?
2. लाल किला कैसा किला है?
3. लाल किला किसने बनवाया था ?
4. जंतर – मंतर को किसने बनवाया था ?
5. यह गद्यांश किस पाठ का है ?
उत्तर :
1. लाल क़िला लाल पत्थर से बना है।
2. लाल क़िला मजबूत और सुंदर क़िला है।
3. लाल क़िला मुगल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया था।
4. जंतर – मंतर को राजा जयसिंह ने बनवाया था।
5. यह गद्यांश “दिल्नी से पत्र” पाठ से है।
III. दिल्ली के आधुनिक भवनों में राष्ट्रपति भवन – तथा संसद भवन उत्लेखनीय है। यहाँ का इंडिया गेट, अक्षरधाम मंदिर, लोटस टेंपल, संग्रहालय तथा चिड़ियाघर भी देखने योग्य हैं। यहाँ पर हमने बापू की समाधि राजघाट भी देखा। अध्यापकजी ने बताया कि यमुना नदी की गोद में बसा यह शहर भारत की राजधानी ही नहीं बल्कि दुनिया के प्रसिद्ध नगरों में से एक है। यह नगर किसी का भी मन मोह लेता है। रात को हमने दिल्ली का विशेष व्यंजन छोले – भटूरे खाया। मुझे तो यहाँ बहुत मज़ा आया मैं परसों घर लौटूँगा।
प्रश्न :
1. दिल्ली के आधुनिक भवनों में किसका नाम उह्लेखनीय है?
2. बापू की समाधि कहाँ है ?
3. भारत की राजधानी कहाँ है?
4. दिल्ली किस नदी की गोद में बसा है?
5. दिल्बी में क्या – क्या चीज़ें देखने लायक हैं?
उत्तर :
1. दिल्ली के आधुनिक भवनों में राष्ट्रपति भवन तथा संसद भवन उल्लेखनीय है।
2. बापू की समाधि राजघाट में है।
3. भारत की राजधानी दिल्ली है।
4. दिल्ली यमुना नदी की गोद में बसा है।
5. दिली में इंडिया गेट, अक्षरधाम मंदिर, लोटस टेंपल, संग्रहालय तथा चिड़ियाघर देखने योग्य हैं।
अपठित – गद्यांश :
नीचे दिये गये गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।
I. केरला राज्य में एक समय राजबर्मन नामक एक दयालू तथा चतुर राजा राज करता था। उसने अपने राज्य में अनेक ऐसी योजनाएँ चलाई जिससे उसका राज्य धन धान्य से परिपूर्ण हो गया। राजवर्मन का राज्य तो छोटा-सा ही था। परंतु वहाँ के लोग बहुत परिश्रमी तथा ईमानदार थे। अपने राजा की बे दिल से प्रशंसा करते थे। राजा का एक बेटा था रविवर्मन। वह अपने पिता का बहुत दुलारा था। सेखकों के लाड ने तो उसे बिगाड़ दिया था।
प्रश्न :
1. राजवर्मन कहाँ का राजा था ?
2. राजवर्मन कैसा राजा था?
3. राजवर्मन की योजनाओं का परिणाम क्या हुआ था ?
4. राजवर्मन की प्रजा कैसी थी ?
5. राजवर्मन के बेटे का नाम क्या था ?
उत्तर :
1. राजवर्मन केरला राज्य का राजा था।
2. राजवर्मन दयालु और चतुर राजा था।
3. राजवर्मन की योजनाओं का परिणाम हुआ कि उसका राज्य धन – धान्य से परिपूर्ण हो गया।
4. राजवर्मन की प्रजा परिश्रमी और ईमानदार थी।
5. राजवर्मन के बेटे का नाम रविवर्मन था।
II. पुत्र और तरु में भी भेद है, क्योंकि पुत्र को हम स्वार्थ के कारण जन्म देते हैं परन्तु तरु – पुत्र को तो हम परमार्थ के लिए ही बनाते हैं। ऋषि – मुनियों की तरह हमें बृक्षों की पूजा करनी चाहिए, क्योंकि बृक्ष तो द्वेषवर्जित हैं। जो छेदन करते हैं, उन्हें भी वृक्ष छाया, पुष्प और फल देते हैं। इसीलिए जो विद्वान पुरुष हैं, उनको वृक्षों का रोपण करना चाहिए और उन्हें जल से सींचना चाहिए।
प्रश्न :
1. पुत्र को हम किस कारण जन्म देते हैं ?
2. परमार्थ के लिए ही हम किसको बनाते हैं ?
3. हमें किनकी पूजा करनी चाहिए ?
4. द्वेषवर्जित क्या है?
5. वृक्षों का रोपण किन्हें करना चाहिए ?
उत्तर :
1. पुत्र को हम स्वार्थ के कारण जन्म देते हैं।
2. परमार्थ के लिए ही हम तरु -पुत्र को बनाते हैं।
3. हमें वृक्षों की पूजा करनी चाहिए।
4. वृक्ष द्वेष वर्जित हैं।
5. वृक्षों का रोपण विद्धान पुरुषों को करना चाहिए।
III. वर्तमान युग विज्ञान के नाम से जाना जाता है। आज इसकी विजय पताका धरती से लेकर आकाश तक लहरा रही है। सर्वत्र विज्ञान की महिमा का प्रचार – प्रसार है। म्नुष्य ने विज्ञान के द्वारा प्रकृति को जीत लिया है। आज मानब ने विज्ञान के द्वारा विद्युत बाष्प, मैस और कंप्यूटर की खोज करके संपूर्ण विश्व में अपनी विजय दुंदुभी बजाकर एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है।
प्रश्न :
1. वर्तमान युग किस नाम से जाना जाता है?
2. सर्वत्र किसकी महिमा का प्रचार – प्रसार है ?
3. विज्ञान के द्वारा मनुष्य ने किसे जीत लिया है?
4. इस अनुच्छेद में किसके बारे में बताया गया है ?
5. मानव ने किसके द्वारा क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया ?
उत्तर :
1. वर्तमान युग विज्ञान के नाम से जाना जाता है।
2. सर्वत्र विज्ञान की महिमा का प्रचार – प्रसार है।
3. विज्ञान के द्वारा मनुष्य ने प्रकृति को जीत लिया है।
4. इस अनुच्छेद में विज्ञान के बारे में बताया गया है।
5. आज मानव ने विज्ञान के द्वारा विद्युत, बाष्प, मैस और कंप्यूटर की खोज करके क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया।
IV. सबेरे के समय मगर जल के पास रेत में लेटने और सोने के लिए आता है। जाड़ों में तो वह देर तक धूप लेता रहता है। मगर फागुन – चैत में अंडे देता है। अण्डे उसके बड़े – बड़े होते हैं। बह उनको रेत में गहरा गाड़ता है। साधारण तौर पर वह मछलियाँ खाता है। मुँह खोल लिया, पानी फुफकारता रहा, और मछलियों को निगलता रहा।
प्रश्न :
1. मगर जल के पास में लेटने तथा सोने के लिए किस समय आते हैं ?
2. किन दिनों में मगर देर तक धूप लेता रहता है ?
3. मगर के अंडे कैसे होते हैं?
4. साधारण तौर पर मगर किन्हें खाता है ?
5. मगर अंडे कब देते हैं?
उत्तर :
1. मगर जल के पास में लेटने तथा सोने के लिए सबेरे समय आते हैं।
2. जाडों में मगर देर तक धूप लेता रहता है।
3. मगर के अंडे बडे – बडे होते हैं।
4. साधारण तौर पर मगर मछलियाँ खाता है।
5. मगर फागुन – चैत में अंडे देता है।
II. लिखो :
लघु प्रश्न :
प्रश्न 1.
सनी को लाल किला देखने पर कैसा लगा होगा?
उत्तर :
सनी तो लाल किले को केवल 26 जनवरी और 15 अगस्त के दिन टी.वी. पर देखता था। लेकिन अब वह उसे प्रत्यक्ष देखने पर अश्चर्यचकित हुआ होगा।
प्रश्न 2.
लाल किले के बारे में अपने विचार बताओ।
उत्तर :
लाल किला देखने में बहुत अच्छा लगता है। इसका नाम जैसा लाल किला है, उसका रंग भी लाल है। लाल किला लाल पत्थर का बना हुआ है। यह एक मजबूत और सुंदर किला है। मुगल बादशह शाहजहाँ ने इसे बनवाया था।
प्रश्न 3.
किसी यात्रा से पहले हम क्या – क्या तैयारी करते हैं ?
उत्तर :
किसी यात्रा से पहले हमें उस स्थान से संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहिए। टिकट पहले ही आरक्षित करना ताहिए। आवश्यक चीजें जैसे कपडे,, साबुन, नारियल का तेल, दाँत मंजन आदि को अपने साथ ले जाना चाहिए। वहाँ के जान – पहचान वालों के फ़ोन नंबर लेना चाहिए।
प्रश्न 4.
लोटस टेंपल के बारे में लिखिए।
उत्तर :
यह दिल्ली में कल्काजी के पास है। यह देखने में कमल की तरह दीख पडता है। यह संगमरमर से बनायः गया मंदिर है। यह शांति, स्वच्छ और प्रेम का चिह्न है।
इसे रात में देखने से बहुत सुंदर लगता है। यह आधा खिला हुआ कमल के समान दीख पडता है। इसे 1986 में पूरा किया गया।
प्रश्न 5.
राजघाट के बारे में आप क्या जातते हैं?
उत्तर :
यह दिल्ली के देखने लायक रथानों में एक है। यहाँ हमारे जातिपिता बापू की समाधि है। उनके संस्मरणार्थ यहाँ एक ज्योति हमेशा प्रज्वलित रहती है। हर शुक्रवार को यहाँ बापूजी की स्मृति में प्रार्थना गीत गाये जाते है।
प्रश्न 6.
इंडिया गेट क्यों बनवाया गया ?
उत्तर :
पहले विश्व युद्ध में जो भारतीय जवान थे उनके यादगार में इंडिया गेट का निर्माण किया गया। यह “राजपथ” नई दिल्ली में स्थित है।
प्रश्न 7.
पत्र किसने किसे लिखा ?
उत्तर :
पत्र सनी नामक एक लडके ने अपने पिता को लिखा।
प्रश्न 8.
पत्र किस दिन और कहाँ से लिखा गया?
उत्तर :
पत्र दिनांक 20-09-2012 को सेक्टर 9 ए, नयी दिल्ली से लिखा गया।
प्रश्न 9.
पत्र में किन – किन स्थानों का उलेख हुआ है, उनके नाम लिखो।
उत्तर :
पत्र में दिल्ली के कई स्थानों का उल्लेख हुआ है। जैसे : कुतुब मीनार, लाल किला, दीवान-ए-ख़ास, जामा मसजिद, जंतर-मंतर, हजरत निजामुद्दीन का दरगाह, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, इंडिया गेट, अक्षरधाम मंदिर, लोटस टेंपल, संग्रहालय तथा चिड़ियाघर और राजघाट आदि।
III. सृजनात्मक अभिव्यत्ति :
प्रश्न 1.
सनी के इस पत्र का उत्तर देते हुए एक पत्र लिखो।
उत्तर :
हैदराबाद,
दि : ××××
प्यारे पुत्र सनी,
सप्रेम आशीर्वाद,
मैं और माँ, बहन जेनी सब यहाँ सकुशल हैं। में आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ सकुशल हो। तुम्हारा पत्र अभी – अभी मिला। पत्र पढ़कर मैं माँ और बहिन जेनी सब खुश हुए। तुम दिल्ली के सारे दर्शनीय स्थान देखने के कारण मुझे बहुत आनंद मिला। तुम्हें वहाँ अपने तबीयत का ख्याल रखना चाहिए। समय पर भोजन करना चाहिए। वहाँ से आते वक्त बहिन जेनी के लिए एक कोट ले आओ।
हितैषी पिता
××××
సారాంశము :
సెక్టర్ 9ఎ. కొత్త ఢిల్లీ,
తారీఖు : 10-05-2015.
పూజ్యులైన నాన్న (తండ్రి) గారికి,
సాదర (గౌరవ) నమస్కారములు.
మేము మొన్న సకుశలంగా (క్షేమంగా) ఢిల్లీ చేరితిమి. మా యాత్ర చాలా బాగున్నది. ఉపాధ్యాయులు మాపై మంచి శ్రద్ధ కనబరిచారు. ఇక్కడి వాతావరణం బాగున్నది. నిన్న ఉదయం అల్పాహారం తీసుకుని మేమందరం ఢిల్లీ విహారానికై వెళ్లితిమి. అన్నిటికంటే ముందు మేము. కుతుబ్మనార్ను చూచితిమి. ఇది చాలా పురాతనమైన కట్టడము. దీనిని చూసి నేను ఆశ్చర్యచకితుడనైతిని. ఇది చాలా ఎత్తైన స్థంబము. మా ఉపాధ్యాయుడు ఇది గులాం వంశానికి చెందిన మొదటి చక్రవర్తి కుతుబుద్దీన్ ఐబక్చే నిర్మించబడినదని చెప్పెను. దీని ఎత్తు దాదాపుగా 280 అడుగులు. దీని పైకి వెళ్ళుటకు 379 మెట్లు కలవు. దీనిపైకి వెళ్ళినప్పుడు నాల్గువైపుల ఉన్న దృశ్యాలు ఎంతో అందంగా కన్పించును. అక్కడి నుండి మేము ఎర్రకోట వెళ్ళితిమి. నా ఆశ్చర్యానికి హద్దులు లేవు. నేను దీనిని కేవలం 26 జనవరి మరియు 15 ఆగస్టు తేదీలలో టీవీలో మాత్రమే చూచితిని. ఎర్రకోట అంటే ఎర్రకోటే. ఎలాంటి పేరో, అలాంటి కోటే. ఇది ఎర్రని రాతితో చేయ(నిర్మించ) బడినది. ఇది ఒక దృఢమైన మరియు అందమైన కోట. మొగలు చక్రవర్తి షాజహాన్ దీనిని నిర్మింపజేసెను. ఇక్కడ “దివాన్-ఎ-ఖాస్” అను ప్రదేశం కలదు. దీని గోడపైన పారసీక భాషలో వాక్యములు వ్రాయబడి ఉన్నవి. దీని అర్ధమేమి అనగా ప్రపంచంలో ఎక్కడైనా ఈ భూమిపైన అందమైన స్వర్గం ఉన్నదంటే అది ఇక్కడే ఉంది, ఇక్కడే ఉంది, ఇక్కడే ఉంది.
ఈ కోట దగ్గరే జామా మసీదు ఉన్నది. ఇది భారతదేశంలోనే అతిపెద్ద మసీదు. ఇది కూడా కళా ప్రేమికుడైన షాజహాన్ చేత నిర్మింపబడినది. ఇక్కడ వేల సంఖ్యలో మహ్మదీయ (ముస్లిం) సోదరులు నమాజు చదువుతారు. పురాతన భవనాలలో జంతర్-మంతర్ కూడా చూడదగినది. దీని జయపూర్ మహారాజు మీర్జారాజా జయసింహ్ నిర్మింపజేసెను. దీనిలో ఎండ గడియారం కలదు. సూర్యకిరణాల ఆధారంగా ఈ యంత్రం మనకు సరియగు సమయాన్ని తెలియజేస్తుంది. హజరత్ నిజాముద్దీన్ దర్గా కూడా చూడదగినది..
ఢిల్లీలోని ఆధునిక భవనాలలో రాష్ట్రపతి భవనం మరియు పార్లమెంటు భవనం ఉదహరించ (పేర్కొన) దగినవి. ఇక్కడ ఉన్న ఇండియా గేట్, అక్షర్గామ్ మందిరం, లోటస్ టెంపుల్ (గుడి(మందిరం)), మ్యూజియం (వస్తు సంగ్రహాలయం) మరియు జంతు ప్రదర్శనశాల కూడా చూడదగినవి. ఇక్కడ మేము బాపూ (గాంధీజీ) సమాధి రాజట్ను కూడా దర్శించితిమి.
యమునా నది ఒడ్డున ఉన్న ఈ పట్టణము భారతదేశ రాజధాని మాత్రమే కాదు ప్రపంచంలోని ప్రసిద్ధి చెందిన నగరాలలో ఒకటని మా ఉపాధ్యాయుడు చెప్పెను. ఈ నగరము ఎవరి మనస్సునైనా మోహింపజేస్తుంది. రాత్రిపూట ఢిల్లీకి చెందిన విశేష వంటకం ‘చోలే-భటూరే’ని తిన్నాము. నాకు ఇక్కడ చాలా మజా కల్గినది. నేను ఎల్లుండి ఇంటికి తిరిగి వస్తాను.
అమ్మగారికి నా ప్రణామములు (నమస్కారములు) మరియు సోదరి జెనీకి ముద్దులు.
మీ కుమారుడు
సనీ
वचन :
- किला – किले
- पंक्ति – पंक्तियाँ
- नगर – नगर
- अध्यापक – अध्यापक
- किरण – किरणें
- दृश्य – दृश्य
- समाधि – समाधियाँ
लिंग :
- पिताजी – माताजी
- सम्राट – सम्राजी
- पति – पद्नी
- पुत्र – पुत्री
- अध्यापक – अध्यापिका
- बादशाह – बेगम
- राजा – रानी
- भाई – बहन
- बेटा – बेटी
- माँ – बाप
उल्टे शब्द :
- बहुत × कम
- पहले × बाद में
- ऊँचा × नीचा
- सुंदर × असुंदर
- पृथ्वी × आकाश
- लायक × ना लायक
- योग्य × अयोग्य
- प्यार × द्वेष
- अच्छा × बुरा
- पुराना × नवीन, नया
- प्रथम × आखिर
- चढ़ना × उतरना
- स्वर्ग × नरक
- सही × ग़लत
- प्रसिद्ध × अप्रसिद्ध
- सुबह × शाम
- पुरानी × नयी
- बनना × बिगडना
- मजबूत × कमजोर
- कला प्रेमी × कला द्वेषी
- आधुनिक × प्राचीन
- नहीं × हाँ
उपसर्ग :
- सादर – सा
- कला प्रेमी – कला
- सकुशल – स
- राष्ट्रपति – राष्ट्र
- विशेष – वि
प्रत्यय :
- ऊँचाई – आई
- आधुनिक – इक
- राष्ट्रपति – पति
- प्रेमी – ई
- उल्लेखनीय – ईय
- चिड़ियाघर – घर
- दर्शनीय – ईय
- कलाप्रेमी – प्रेमी
संधि विच्छेद :
- सादर = स + आदर
- ऊँचाई = ऊँच + आई
- अक्षरधाम = अक्षर + धाम
- सकुशल = स + कुशल
- उल्केखनीय = उल्हेखन + ईय
- संग्रहालय = संग्रह + आलय
पर्यायवाची शब्द :
- पूज्य – पूजनीय, आदरणीय
- यात्रा – सफ़र
- वंश – कुल
- पत्र – खत
- प्यार – प्रेम, मुहब्बत
- पिताजी – बाप, नाना
- मौसम – ऋतु
- आश्चर्य – अचरज
- कल – यंत्र
- प्रणाम – नमस्कार
- अध्यापक – गुरु
- पुराना – प्राचीन
- माता – माँ
वाक्य प्रयोग :
- बनवाना – ताजमहल को शाहजहा ने बनवाया।
- परसों – परसों मैं जबलपुर जाऊँगा।
- प्रसिद्ध – दिक्ली विश्व के प्रसिद्ध नगरों में एक हैं।
- प्रणाम – हमें गुरुं जी को आदर भाव के साथ प्रणाम करना चाहिए।
- दर्शनीय – तिरुपति दर्शनीय पुण्यक्षेत्र हैं।
वाक्य प्रयोग :
1. ध्यान रखना = देखभाल करना
माँ बच्चों के ध्यान रखने में समय बिताती है।
2. दंग रहजाना = चकित रह जाना
गोलकोंडा को देखकर मैं दंग रह गया।
3. मनमोह लेना = अच्छा लगना, आकर्षित करना।
लाल किला सबका मन मोह लेता है।
4. आश्चर्य का टिकाना न रहना = अत्यधिक आश्चर्य चकित होना
दिल्ली के दर्शनीय स्थानों को देखकर मेरे आश्चर्य का ठिकाना न रहा।
शब्दार्थ (అర్ధములు) (Meanings) :